Bure wakt ka bhi bura wakt aata hai / बुरे वक्त का भी बुरा वक्त आता है Sandeep maheshwari speech in hindi
Bure wakt ka bhi bura wakt aata hai / बुरे वक्त का भी बुरा वक्त आता है Sandeep maheshwari speech in hindi
What I Wish Everyone Knew About hindi quotes about life
What do we mean by traces of life
एक बार की बात है एक गुरु अपने सभी शिस्यों के साथ नदी किनारे नहाने के किए गए
सुबह - सुबह का वक़्त था ॥
गुरुजी नदी के किनारे पर जा करके बैठ गए अब गुरु जी को बैठा देख सभी शिस्यों को लगा की उन्हे भी अपने गुरु के अनुसार कुछ देर तक बैठ जाना कहिए ,
जुरुजी नदी को ही बस निरंतर देखते रहे और सभी शिस्य ये देख कर थोड़े से हैरान और परेसन होने लगे
सुबह से साम हो गई
पर गुरुजी नदी में उतरे ही नहीं बस नदी को ही देखे जा रहे थे ।
सभी शिस्य इस दृश्य को देख कर बड़े व्याकुल हो गए पर जुरुजी के सामने कौन बोले ये सोच कर सभी चुप चाप बैठे रहे लेकिन एक शिस्य के सब्र का बांध टूट गया उसने बड़े ही प्रेम से जुरुजी से पूछ ही लिया जुरुजी हम नदी में कब उतरेंगे आप किसका इंतज़ार कर रहे हैं ॥
तब गुरुजी ने उसकी ओर देखा और कहा जब इस नदी का बहाव रुक जाएगा तब तब हम इस नदी में उतरेंगे सभी शिस्य उनका ये जवाब सुनकर हैरान रेह गए वो एक दूसरे को देखने लगे बात उनको समझ नहीं आ रही थी ।
फिर एक और शिस्य ने जुरुजी से अपना संका व्यक्त करते हुए कहा पर गुरुजी ऐसा तो कभी हो ही नहीं सकता ये नदी है इसका बहाव बंद कैसे हो सकता है ये नामुमकिन है ।
गुरुजी थोड़ा सा मुस्कुराए ...और बोले यही है आज की शिक्षा । ये जिंदगी इस बहती हुई नदी के जैसी है जो कभी किसी के लिए नहीं रुकती जगातार बहती रहती है और आगे बढ़ती रहती है ।
अब मर्ज़ी तुम्हारी है की तुम नदी के साथ आगे बढ़ते हो या फिर एक ही जगह पर डर कर हार कर घबराकर बैठे रहते हो इस नदी की बहती हुई लहरें बदलते हुये वक़्त की तरह है और वक़्त चाहे जैसा भी हो अच्छा हो या बुरा हो बदलता ज़रूर है अगर कभी तुम्हारा वक़्त बुरा हो तो हौसला रखना और चाहे कुछ भी हो जाए किसी भी परिस्थिति में हिम्मत मत हारना जिंदगी की इस नदी में आगे बढ़ते रहना क्यूकी वक़्त बदलने में देर नहीं लगती ।
बुरा वक़्त सिर्फ तुम्हारी ही ज़िंदगी में नहीं बल्कि सभी के ज़िंदगी में आता है फर्क सिर्फ इतना है की कोई बिखर जाता है तो कोई निखार जाता है ।
जिसकी सोच सकारात्मक है और जिसमें सीखने का ज़स्बा है वो बुरे से बुरे वक़्त में भी अच्छाई को देखता है ठीक वैसे ही जैसे कोई रात के अंधेरे में चमकते हुए तारे को देखता है सुख और दुख इस ज़िंदगी रूपी नदी की लहरें है ।
जो हरपाल बनती रहती है और मिटती रहती है लेकिन तुम एक लहर नहीं हो तुम इस नदी के जल की तरह हो जो हर हाल में बहता ही रहता है और बिना थते बिना रुके आगे बढ़ता रहता है
तो अगर कभी तुम्हारी ज़िंदगी में बुरा वक़्त आए तो घबराना मत बस एक बात याद रखना की ये हमेसा रहने वाला नहीं है
क्यूंकी - बुरे वक़्त का भी बुरा वक़्त आता है ॥
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